90 वर्ष के बुजुर्ग और बच्चे त्यागीजी विलायत कला के साथ मिलकर कर रहे महानदी मैया की सफ़ाई मन वचन कर्म से

90 वर्ष के बुजुर्ग और बच्चे त्यागीजी विलायत कला के साथ मिलकर कर रहे महानदी मैया की सफ़ाई मन वचन कर्म से

90 वर्ष के बुजुर्ग और बच्चे त्यागीजी विलायत कला के साथ मिलकर कर रहे महानदी मैया की सफ़ाई मन वचन कर्म से

मध्य प्रदेश समाचार न्यूज़ कटनी।त्यागीजी के प्रयास से महानदी मैया को मिल रहा गंगा सा सम्मान _नदियों की जरुरत सबको है  चिंता करने वाले लोगों को आना होगा आगे_ सम्पूर्ण प्रकृति मैं ईश्वर के दर्शन करने वाले है कर्मयोगी प्रकृति पुत्र त्यागीजी जिनका स्थान है ज्ञान तीर्थ स्वर्ग धाम विलायत कला कटनी मध्य प्रदेश भारत जहा बनाए जाते है देवी देवता ।यथा नाम तथा गुण प्रकृति के रक्षण संवर्धन हेतु मन वचन कर्म से भोजन शिक्षा संस्कार देश की संस्कृति सहित मानवता के रक्षण द्वारा लोक मंगल ही परम लक्ष्य है जिनका ऐसे संत शिरोमणि त्यागीजी महाराज जो बिना चंदा या भीख के अपना सर्वस्व समर्पण कर साथ ही अपना पेट काट कर करतें है सारी सेवाए।जिनकी रक्षा करना है सबसे पहले उनके प्रति प्रेम सद्भाव जगाने की आवश्यकता है फिर चाहे वह नदिया हो वृक्ष हो या देश की आने वाली पीढ़ी ही क्यो न हो ऐसे ही पवित्र उद्देश्य लेकर आप तप साधना कर रहे हैं।हर कोई अपनी क्षेत्रीय नदियों और अपनी जन्म भूमि के प्रति सच्ची लगन से करे कार्य सम्पूर्ण विश्व मैं बरस पड़ेगा आनंद।त्यागीजी आश्रम विश्व सेवा समिति ज्ञान तीर्थ स्वर्ग धाम के सेवक के रूप में सदा सर्वोपरि विचार और कार्य साथ साथ।उत्खनन कार्य रुके पानी का भराव व्यवस्थित हो जगह जगह छोटे छोटे बांध जैसे बनाए जाएं जिन्हे समाजसेवी संगठन के सभी कार्यकर्ता अपना कार्य समझ दिल से करें बहुत छोटे छोटे प्रयास से प्रकृति को सुरक्षित कर आनंद लिया जा सकता है अन्यथा प्रकृति अपना सारा कार्य स्वयं करने समर्थ है उसके लिए चाहे प्रलय ही क्यों न लाना पड़े। इसकी नौबत न आए यही प्रयास हम सब मिलकर करें यहीं आग्रह सदा।

90 वर्ष के बुजुर्ग और बच्चे त्यागीजी विलायत कला के साथ मिलकर कर रहे महानदी मैया की सफ़ाई मन वचन कर्म से

नर से नारायण की यात्रा पर चल धरती पर स्वर्ग सजा चुके हैं त्यागीजी जो सिर्फ पवित्र दृष्टि होने पर ही दिखेगा दुनिया का सबसे पवित्र तीर्थ बन गया है त्यागीजी की पवित्र तपोभूमि। सारा खेल दृष्टि का होता है संकल्पों को पवित्र रखे सदा।90 वर्ष के विशेषर साहू जी ने बताया हमारे जीवन के पहले ऐसे संत हमे मिले इनकी प्रेरणा और उर्जा से हम आज भी युवा की तरह कार्य कर पा रहे हैं।मानव जीवन विकाश समिति कटनी से निर्भय सिंह जी पहुंचे त्यागीजी की पवित्र तपोभूमि रविवार महानदी मैया की 5 मई प्रसाद सेवा भी जिम्मेदारी भी आपके द्वारा की गई ।सेवार्थ अंतरराष्ट्रीय क्रान्तिकारी राष्ट्रभक्त तपोनिष्ठ संत शिरोमणि कर्मयोगी प्रकृति पुत्र त्यागीजी आश्रम विश्व सेवा समिति ज्ञान तीर्थ स्वर्ग धाम विलायत कला जिला कटनी मध्य प्रदेश 

90 वर्ष के बुजुर्ग और बच्चे त्यागीजी विलायत कला के साथ मिलकर कर रहे महानदी मैया की सफ़ाई मन वचन कर्म से

     मध्य प्रदेश समाचार संपादक श्यामलाल सूर्यवंशी


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