भक्तो के कष्ट हरने अवतरित होते है भगवान,श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर झूमे श्रद्धालु,बरसाए फूल,
मध्य प्रदेश समाचार न्यूज़कटनी। हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की। भगवान श्रीकृष्ण के प्राकट्य अवसर पर जब व्यासपीठ से यह भजन गूंजे तो समूचा वातावरण आनंद से भर गया। अवसर था मिश्रा परिवार द्वारा ग्राम गताखेड़ा के मिश्रा परिसर में आयोजित श्रीमदभागवत ज्ञानयज्ञ मैं कथा के चतुर्थ दिवस का। इस मौके पर कथा वाचक खाटू श्याम धाम से पधारे आचार्य पं ब्रजेश कृष्ण शास्त्री जी के परम सानिध्य में भगवान के जन्मोत्सव का कथा रस बरसा।
बालकृष्ण की सुंदर झांकी देख श्रद्धालु विभोर हो गए। जन्मोत्सव के खास अवसर के लिए कथा पांडाल को गुब्वारों और फूलों से सजाया गया। नन्हें मुन्हें बच्चे भी कृष्ण रूप में श्रद्धालुओं को लुभा रहे थे। वसुदेव जब डलिया में बाल कृष्ण को डलिया में लेकर निकले तो उनकी एक झलक पाने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ मच गई। श्रद्धालु कृष्णभक्ति में विभोर होकर नाच उठे। व्यास पीठ से आचार्य ब्रजेश शास्त्री ने धर्म सभा मे कहा जब जब धरा में धर्म की हानि होती अत्याचार अनाचार बढ़ जाता हैं तब तब निराकार ब्रह्म साकार रूप में धरती पर आते हैं और दुष्टों का नाश कर धर्म की पताका फहराते हैं।
महाराज श्री ने कथा का गूढ़ रहस्य समझाते हुए कहा इस धरती में माता पिता ही हमारे भगवान हैं। बगैर इनकी पूजा किए आप कोई भी तीर्थ जाओ तो वहाँ मंदिर तो दिख जाएगा पर मंदिर में बैठे हुए वांके विहारी नही दिखेंगे । अगर मंदिर में बैठे विग्रह में ईश्वर के दर्शन चाहते हो तो घर मे बैठे माता पिता अथवा गुरू की सदैव शरण मे रहो।दिव्य कथा में संध्याकालीन आरती कर कथा को विश्राम दिया गया व प्रसाद का वितरण किया गया।
इस दौरानआयोजक परिवार से मुख्य श्रोता श्री ओंकार प्रसाद मिश्रा धर्मपत्नी श्रीमती गायत्री देवी मिश्रा एवं गाता खेड़ा सहित आसपास के ग्रामों के सैकड़ों भक्त माताएं बहने युवा बुजुर्ग भक्त रस का पान कर रहे है। अनिल मिश्रा सुनील मिश्रा एडवोकेट मुकेश मिश्रा धर्मेंद्र मिश्रा आयुष मिश्रा सावंत मिश्रा धीरेन्द्र मिश्रा ध्रुव मिश्रा दर्शित मिश्रा चीकू ,दृष्टि ,कुट्टू,मिश्रा सहित सैकड़ों स्थानीय जनो की बड़ी संख्या मे श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही।
मध्य प्रदेश समाचार संपादक श्यामलाल सूर्यवंशी