विश्व का सबसे बड़ा श्रमिक संगठन भारतीय मजदूर संघ सदस्यों द्वारा मुड़वारा विधायक को शिकायत पत्र एवं,ज्ञापन देकर समस्याओं से कराया,अवगत
मध्य प्रदेश समाचार न्यूज़ कटनी,विश्व का सबसे बड़ा श्रमिक संगठन,स्थानीय कार्यालयः भारतीय मजदूर संघ एन.सी.सी. ऑकित के पास जागृति का विषय जिला अस्पताल में स्थापित ब्लड बैंक से संबंधित समस्याओं का निराकरण करते यह कि जिला अस्पताल में स्थापित ब्लड बैंक से संबंधित समस्याओं से जिले के गरीब मजदुर वर्गको आदि है और बड़ी मशक्कत के बाद ही उसे कला उपलब्ध हो पाता है। यह भी देखा गया है कि समय पर ब्लेयर सरी की जान भी चली जाती है।ब्लड की आवश्यकता कि संवेदनशीलता को समझते हुए आये दिन शहर की विभिन्न संस्थाएं ब्लड डोनेट करती हैं। के सागरिक भी इस कार्य में आगे रहते हैं किंतु जरुरत पड़ने पर उसी आम जनता को आसानी से वह उपल्ब्ध नहीं हो पाता। जिले की ब्लड बैंक से संबंधित निम्नलिखित समस्याओं का निराकरण करने का कह करें1. जनरेटर की समस्या ब्लड बैंक में बिजली गुल हो जाने से रक्त संबंधित सभी कार्य रुक जाते है, जिसमें किसी भी प्रकार के ब्लड टेस्ट नही बना रह डोलर का बसह नहीं निकल पाता, डोनेशन के दौरान किसी भी प्रकार का टेस्ट नहीं हो पाता जैसी समस्यायी का सामना करना पहला है।
आठ माह पूर्व लाइट न होने की वजह से एक इमरजेंसी केस में ब्लड ना मिलने से एक युवक की मौत हो गई थी, जिसमे कलेक्टर के द्वारा तत्काल प्रभाव में जनरेटर चालू कराने को लेकर एक्शन लिया गया था किंतु अभी तक जनरेटर में चालू नहीं हो पाया है।2. पीने के पानी की समस्या ब्लड बैंक में पीने के पानी की समस्या जगातार बनी हुई है। रक्त दान करने वाले रक्तदाताओं को पीने का पानी भी नहीं मिल पाता है।
3. ब्लड कैंप लागये जाएँ जिले के जितने भी शासकीय, अढे शासकीय, गैर सरकारी विभाग है, इन कार्यालयों को स्वेच्छिक रूप से डोनेशन शिविर लगाने के लि जारी किया जाए, जिससे प्रत्येक माह अलग अलग कायर्यालय द्वारा एक ब्लड डोनेशन कैंप लगाया जाए। इससे ब्लड बैंक से की कमी नही होने पाएगी।4. फ्री ब्लड ईयू देखा गया है कि अस्पताल में डॉक्टरी के द्वारा की ईयू बवह हर पर्चे में लिख दिया जाता है। ब्लड बैंक से जो भी ब्लड़की इयू हो रहा है किसी जरूरतमंद को ही दिया जाना चाहिए इसकी पारदर्शिता स्पष्ट दिखनी चाहिए। मरीज के परिजनों से ब्लड देने की चाध्यता का नियम बनाया आप5,इमर्जेंसी केस में यदि इमरजेंसी ही ब्लड की तो पर्ची में इमर्जेंसी शब्द का इस्तेमाल किया जाए।6, मरीज का हीमोग्लोबिन हर पची में मरीज के हीमोग्लोबिन की मात्रा दर्शायी जाए जिससे पता चल सके कि किल्ला इमर्जेंसी केस है।अरुरत पड़ने पर ब्लड के लिए भटकना न पड़े।अतः आपसे अनुरोध है कि उक्त समस्याओं का शीघ्र निराकरण करने का कह करें ताकि जिले की गरीब जनता और सदर वर्ग को
मध्य प्रदेश समाचार न्यूज़ संपादक श्याम लाल सूर्यवंशी